बुधवार को कैबिनेट मंत्री राजीव सैजल कांगड़ा जिला के ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र की लगड़ू पंचायत में एक मेडिकल केम्प के उदघाटन के लिए पहुंचे थे । यह पंचायत भाजपा के कद्दावर नेता पवन राणा की गृह पंचायत भी है । राणा का दबदबा ऐसा है कि टॉप से बॉटम तक हर कोई दबा हुआ नजर आता है । ऐसे में इसी विधानसभा के विधायक रमेश चंद ध्वाला इस समारोह में न पहुंचना बहुत बड़ी सियासी उहापोह का कारण बन गया है ।
इस मेडिकल केम्प में पीजीआई समेत फोर्टिज मोहाली चंडीगढ़ से कई विशेषज्ञ डॉक्टर्स पहुंचे हुए थे । इस केम्प की सूचना आमजन तक पहुंचाने के लिए खूब पम्फ्लेट भी बांटे गऐ थे। । पर ध्वाला को एक अदद न्यौता तो दूर की बात चिट्ठी तक नहीं भेजी गई । नतीजा यह हुआ कि आम आदमी का इलाज तो डॉक्टर कर गए,मगर ध्वाला की अनदेखी का रोग बढ़ गया । ध्वाला ने कार्यक्रम से दूरी बना ली । न सैजल से मिले न राणा की घरेलू पंचायत में।कदम रखा । हालांकि ध्वाला बुधवार को लग्गड़ू के साथ लगते इलाके खुंडिया में अपना सियासी धुना रमाए हुए थे ।
धुनें का धुआं इस कदर छाया कि ध्वाला ज्वालामुखी मंदिर में सैजल के साथ शीश नवाने से परहेज बरत गए । इस बाबत जब ध्वाला से फोन पर बात की गई तो अपने ही खांटी अंदाज़ में बोले कि, ” ओ मिंजो नि पता यरा,मैं ता पंचायतां दे कम्मा दी रव्यु मिटिंगा रक्खियां, ओथु आया । ” अर्थात,मुझे नहीं पता,मैंने तो पंचायतों के कामों की रिव्यू मीटिंग्स रखी हुई हैं,वहां आया हूं । ध्वाला ने कुछ यूं कन्नी काटी,मानों अनचाहा सवाल पूछ लिया हो ।
खैर,सवाल यह है कि आखिर जयराम सरकार में कांगड़ा का भाजपाई कुनबा रुसवा क्यों है ? दरअसल, ध्वाला का यह रवैया कोई नया नहीं है । सीनियर और एक दौर में भाजपा को संजीवनी देने वाले इन ध्वाला को इस मर्तबा मन्त्रीमण्डल में भी जगह नही मिली । जबकि ओबीसी बिरादरी में वह तगड़ा रसूख रखते हैं । गाहे-बगाहे अपनी जनता के साथ जुड़ी मांगों को लेकर वह सरकार के सामने व्यवस्था का बाजा बजाते रहते हैं । बजट सत्र से पहले भी ध्वाला ने मोर्चा खोल कर सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया था । अब यह नया सियासी कांड हो गया । लोकसभा चुनावों से पहले ध्वाला की आग को फिर हवा मिल गई है । जिस्मानी सेहत के लिए आयोजित हुए हेल्थ केम्प में भाजपा की पॉलिटिकल हेल्थ पर सवाल उठ गए हैं । चेकअप तो हर स्तर पर जरूरी नजर आ रहा है । अगर चेकअप न हुआ,इलाज न हुआ तो पॉलिटिकल मेकअप पर असर क्या होगा,यह यक्ष प्रश्न है ?